गलसुआ के लिए आयुर्वेदिक इलाज हिंदी में
आज के इस Galsua Ka Ayurvedic Ilaj in Hindi लेख को समजणें से पहले यह जान लेते हैं की गलसुआ क्या हैं और इसका मतलब क्या हैं। गलसुआ या मम्प्स एक वायरल संक्रमण हैं जिसके मामले बच्चों में ज्यादा देखणे को मिलते हैं। यह पैरोटिड ग्रंथियों को प्रभावित करता हैं जो एक प्रमुख लार ग्रंथी हैं। पैरोटिड ग्रंथिया मुहं के दोनो तरफ और दोनो कानो कर सामने मौजुद होता हैं। आपने उपर जान लिया की गलसुआ क्या हैं कहा होता हैं, अब हम जाणते हैं की गलसुआ का आयुर्वेदिक इलाज क्या हैं और किस प्रकार किया जाता हैं।
आयुर्वेद में गलसुआ के लिए आयुर्वेदिक इलाज कैसे किए जाता है?
1. गलसुआ में अदरक के फायदे
अदरक में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो सुजन को दूर करने में मदद करते हैं और साथ ही इनमे एंटी वायरल गुण भी होते हैं जिसके कारण दर्द से राहत मिलता हैं। सुखी अदरक या मुलेठी को पिसकर इसका लेप तैयार कर तर और प्रभावित जगह पर इसे लगाये। कुछ देर में इससे काफी आराम मिल जायेगा।
2. गलसुआ में हरीतकी के फायदे
यह हरीतकी एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक उपाय हैं और इसका गाढा सा लेप बना ले और इसे संक्रमित जगह पर लगाये। इस हरिटीका में ऐसे गुण होते हैं जो दर्द को कम कर देते हैं।
3. गलसुआ में एलोवेरा के फायदे
गलसुआ को ठीक करने के लिए एलोवेरा का उपयोग काफी फायदेमंद साबित होता हैं। इसके लिए प्रभावित जगह पर आधा चम्मच हल्दी के साथ एलोवेरा मिलाकर लगाने से सुजन में काफी राहत मिलती हैं।
4. गलसुआ में बरगद के पत्ते के फायदे
आपको जाणकर हैरानी होगी की घी लगाकर इन बरगत के पत्तो को हल्का गुणगुणा करके लगाने से दर्द में राहत मिलती हैं। इसे लगाकर 1 रात के लिए सो जाना होता हैं।
5. गलसुआ में काली मिर्च के फायदे
पाणी के साथ काली मिर्च के पाउडर को मिला ले और इसे संक्रमित हिस्से पर लगाने से काफी आराम मिलती हैं।
6. गलसुआ में एस्पैरेगस के फायदे
Galsua Ka Ayurvedic Ilaj in Hindi |
सब्जीयो के बिन काफी फायदेमंद साबित होते हैं, अगर आपका बच्चा इस गलसुआ के बिमारी से परेशान हो गया हैं। आप एस्पैरेगस और मेंथी के बीजों को बराबर मात्रा में ले और उन्हे पाणी डालकर 1 पेस्ट बना ले। इसे सूजन वाले हिस्से पर लगाये, इससे आपको बेहतर परिणाम देखणे को मिल सकते हैं।
7. गलसुआ में नमक के फायदे
नमक को 1 कपडे में बांधकार इसे गरम तवे पर हल्का सेंक जर गले की शिकाई करने से सूजन कम होती हैं और साथ ही दर्द में भी आराम मिलता हैं।
8. गलसुआ में मेथी के दाने के फायदे
मेथी के दणार भी गलसुआ रोग के लक्षणो को कम करने में मददगार साबित होते हैं। दरअसल मेथी के दानो में एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते हैं। मेथी के दानो में मौजुद ये सभी औषधीय गुण गलसुआ की वजह से होने वाली सुजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप मेथी के दानो का पेस्ट बनाये और सुजन वाली जगह पर लगा ले, इससे आपको काफी आराम देखणे को मिलेगा।
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